मध्यप्रदेश सरकार भले ही विकास के बड़े-बड़े दावे करती हो, लेकिन सीधी जिले के मदरही में स्थित प्राथमिक स्कूल इन दावों की पोल खोल रही है. इस स्कूल में पढ़ने वाले छात्र स्कूल भवन ना होने की वजह से महुआ के पेड़ के नीचे झोपड़ी में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. छात्रों को मिलने वाले मिड-डे-मील में पालतू कुत्ते भी उनके साथ भोजन करते हैं, साथ ही थाली भी छात्रों से ही धुलवाई जाती है. बहरी ग्राम पंचायत में पंचायत ही नहीं, बल्कि तहसील, एसडीएम कोर्ट और पुलिस थाना भी संचालित है, लेकिन गांव की एक बस्ती में प्राथमिक स्कूल पेड़ के नीचे चल रहा है. दो साल पहले स्कूल भवन स्वीकृत भी हुआ, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से भवन आज तक अधूरा पड़ा है. सामुदायिक भवन का एक कमरा स्कूल के लिए आवंटित हैं, जिसके शौचालय में स्कूल का रिकॉर्ड और खाद्यान रखा जाता है. मामले में डिप्टी कलेक्टर डीपी वर्मन का कहना है कि संबंधित अधिकारियों को भेजकर मामले की जांच कराई जाएगी, वहीं निर्माण कार्य एजेंसी को समय सीमा के भीतर स्कूल भवन तैयार करने तक छात्रों को किसी दूसरे भवन में बिठाने की व्यवस्था की जाएगी.
from Latest News मध्य प्रदेश News18 हिंदी http://bit.ly/2DkS5YS
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