मार्कफेड का 33 करोड़ का बिल बकाया है, लेकिन कमजोर वित्तीय स्थिति के चलते सहकारी समिति यह भुगतान करने में सक्षम नहीं है. ऐसे में 45 समितियों को उधार में खाद नहीं दी जा रही. किसान या तो ब्लैक में खाद खरीद रहा है या फिर अन्य सोसायटियों में दो बोरी खाद के लिए लंबी कतार लगाए खड़ा है.from Latest News मध्य प्रदेश News18 हिंदी http://bit.ly/2HlnIpq
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